सपा को अर्श से फर्श पर पहुंचने में आठ-दस साल लगे हैं, लेकिन भाजपा तीन-चार साल में ही वापस अपनी जगह लौट जाएगी-भाजपा नेता
लखनऊ .उत्तर प्रदेश में अपराधियों का बोलबाला है,योगी सरकार के अधिकारी पार्टी नेताओं की तो छोड़िए, विधायकों और सांसदों की बात नहीं सुन रहे हैं.प्रत्येक दिन हत्या-लूट और अपहरण की वारदातें आम हो गई है .पुलिस-प्रशासन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है.उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के अफसर जातिवादी हो गए हैं. गरीब और हरिजनों की बात कोई नहीं सुनने वाला है.
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यह वक्तव्य किसी आम आदमी का नहीं भाजपा नेता व पूर्व गृह राज्यमंत्री रामलाल राही का है .अपने आवास पर पत्रकारो से वार्ता उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी से दो बार विधायक और चार बार सांसद रहे किन्तु इसी साल विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. इनके पुत्र सुरेश राही हरगांव विस क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर जीत कर विधायक है .
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श्री राही ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक अफसरों की नियुक्ति में जातिवादिता को बढ़ावा दिया गया है. जातिवादी अफसरों की वजह से राज्य का प्रशासन तंत्र चरमरा गया है , इस असंतुलित प्रशासन से मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ कैसे काम ले पाएंगे, ये कहना बहुत मुश्किल है,योगी यदि नहीं संभले तो सपा को अर्श से फर्श पर पहुंचने में आठ-दस साल लगे हैं, लेकिन भाजपा तीन-चार साल में ही वापस अपनी जगह लौट जाएगी.
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राही ने कहा कि हदबंदी के लिए लहरपुर तहसील का लेखपाल एक लाख रुपए घूस की मांग कर रहा है. मैंने खुद लहरपुर एसडीएम से इस बात की शिकायत की तो एसडीएम ने लेखपाल को बुला कर पूछताछ की. मनबढ़ लेखपाल ने एसडीएम से भी कह दिया कि मैं सब समझ लूंगा. हदबंदी में एक लाख रुपए तो खर्च होगा ही. जब लेखपाल इतना मनबढ़ हो गया है कि एसडीएम की भी नहीं सुन रहा तो आप समझ सकते हैं कि कैसे गरीब और हरिजन वर्ग को न्याय मिल सकेगा.
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श्री राही ने कहा कि जनपद के सभी विधायकों ने पुलिस कप्तान को हटाने की मांग सरकार और प्रभारी मंत्री से की लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया. यहाँ तैनात पुलिस अधीक्षक तानाशाह है ,इसी तरह के अफसर जिलों में तैनात रहे तो निश्चित ही लोकतंत्र को खतरा पैदा होगा. यह कप्तान बदले की भावना से काम कर रहा है. मैंने व्यापारी हत्याकांड और हरगांव से गायब युवक की घटनाओं का मुद्दा उठाया तो कप्तान ने मुझसे कहा कि आप अपना चश्मा बदल लो.
श्री राही ने कहा कि जब तक यह कप्तान सीतापुर में रहेगा, निश्चित रूप से जातिवादी काम करेगा, बदले की भावना से काम करेगा. कप्तान मुझसे चाहते हैं कि मैं उनकी आंखों से देखूं. ऐसा मैं कतई नहीं कर सकता. अपराध खोलने वाले पुलिसकर्मियों को किनारे किया जा रहा है, अपराधों को दबाने वाले पुलिसकर्मियों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
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