You are here

PM मोदी के गुजरात में छात्रों ने भगवावाद को नकारा, सत्ता के दुरुप्रयोग के वावजूद केंद्रीय वि.वि. चुनाव में ABVP का सफाया

नई दिल्ली .देश के चर्चित विश्वविद्यालय जेएनयू, डीयू, हैदराबाद, इलाहाबाद विश्वविद्यालयों समेत अनेको कालेजो में भगवावाद की हार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में भी कायम रही ,गुजरात के छात्र-छात्राओ ने भागावावाद को नकारते हुए आर एस एस के अनुसांगिक छात्र संघठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् को सत्ता की चाह के वावजूद पटखनी देकर भगवावादी मंशा को नेस्तनाबूत कर दिया .

गुजरात राज्य में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच मोदी मैजिक वाले गुजरात राज्य के केंद्रीय विश्वविद्यालय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का छात्र परिषद चुनाव में पूरी तरह सफ़ाया हो जाना भाजपा के लिए हैरान -परेशान करने वाला है .

केंद्रीय विश्वविद्यालय में सभी सीटों पर स्वतंत्र उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया और विपक्ष के तौर पर एकमात्र संगठन बिधार्थी परिषद् का कैंपस से पूर्णतयः सफाया हो गया. इस छात्र परिषद की चुनावी प्रक्रिया में हुईं धाधंली व उसके अलोकतांत्रिक एवं अक्षम रवैये के चलते कैंपस के अन्य संगठनों यानि बापसा ,एनएसयूआई एलडीएसऍफ़ F एवं यूनाइटेड ओबीसी फोरम ने छात्र परिषद के इस चुनाव का बहिष्कार किया.

भगत सिंह विचार मंच’ के संयोजक एवं छात्र नेता हिमांशु यादव के नेतृत्व में चुनाव आयोग के भीतर हुई धाधंली के चलते सत्ता पक्ष के खिलाफ़ यानि एबीवीपी विरोधी सभी संगठनों ने एक साथ एकजुटता दिखाते हुए बीच चुनाव से ही, इस छात्र परिषद के चुनाव का बहिष्कार कर प्रशासन एवं चुनाव आयोग के खिलाफ में दो दिनों तक जोरदार धरना-प्रदर्शन किया. जिसके चलते चुनाव वोटिंग का प्रतिशत काफी कम रहा,चूंकि यह चुनाव काफी विवादस्पद रहा और इस चुनाव में केंद्र एवं राज्य दोनों में सत्ता पक्ष यानि भाजपा /आरएसएस से संबन्धित छात्र संगठन विधाथी परिषद् ने परिसर भगवा लहराने के लिए सत्ता का भरपूर दुरूपयोग किया.

सत्ता पक्ष के संगठन विधाथी परिषद् ने चुनाव आयोग और प्रशासन’ पर दबाव डालकर चुनाव के नियमों को खूब धज्जियाँ उड़ाई. इतना सबकुछ करने के बावजूद भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. उनके द्वारा की गयी गलतियों का खामियाजा भी उन्हें बाद में जाकर भुगतना पड़ा.

इस छात्र परिषद के चुनाव में विभिन्न विभागों में मतदान हुई सीटों पर स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर सबसे बड़े विभाग यानि ‘स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज’ से स्वतंत्र प्रत्याशी रहे ‘दलीप कुमार’ ने बाजी मारी.‘स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज़’ से भी केरल राज्य से आने वाले स्वतंत्र उम्मीदवार ‘अरविंद नामपूथिरी’ ने चुनाव जीता. इसके अलावा स्वतंत्र उम्मीदवार ‘अर्जुन पटेल, विपिन सिंह ने अन्य विभागों से अपने एक मात्र प्रतिद्वंदी विधार्थी परिषद् के खिलाफ़ भारी अंतर से जीत दर्ज कर भगवासमर्थको की रणनीति पर पानी फेर दिया .

न्यूज़ अटैक हाशिए पर खड़े समाज की आवाज बनने का एक प्रयास है. हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए हमारा आर्थिक सहयोग करें .

न्यूज़ अटैक का पेज लाइक करें –
(खबर कैसी लगी बताएं जरूर. आप हमें फेसबुक, ट्विटर और गूगल प्लस पर फॉलो भी कर सकते हैं.)






इसे भी पढ़े -

Leave a Comment