You are here

तानाशाही : रिटायर्ड आईपीएस एस आर दारापुरी को प्रेस कांफ्रेंस से पुलिस ने उठाया

लखनऊ .उत्तर प्रदेश सरकार के विरुद्ध आवाज उठाना बंद कर दीजिए वरना जहा रहोगे पुलिस उठा लेगी .आज हुआ भी कुछ इसी प्रकार लखनऊ से दलितों ,पिछडो और अल्पसंख्यको पर हो रहे अत्याचार पर आवाज बुलंद करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व आईपीएस एस आर दारापुरी समेत 8 लोगों को तानाशाह पुलिस प्रशासन ने प्रेस क्लब से गिरफ्तार कर लिया गया है.गिरफ्तार लोगो पर पुलिस ने शांतिभंग करने के आरोप लगाया है .

इसे भी पढ़े -उपचुनाव में भाजपा का पत्ता साफ़ ,सपा -बसपा का लहराया परचम

खबर के मुताबिक़ लखनऊ के प्रेस क्लब में एसआर दारापुरी के नेतृत्व में 4-5 दलित संगठनों के नेताओ ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था किन्तु प्रेस कांफ्रेंस के शुरू होने से पहले शहर पश्चिमी के पुलिस अधीक्षक विकास चन्द्र त्रिपाठी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को शांतिभंग की आशंका का हवाला देते हुए रद्द करवा दिया.



इससे पहले पुलिस ने आयोजकों को प्रेस क्लब खाली करने के निर्देश दिये थे लेकिन आईपीएस एसआर दारापुरी और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चन्द्र दीक्षित ने कहा कि उन्हें आयोजन करने से कोई नहीं रोक सकता. वो अपनी बात जनता के सामने जरूर रखेंगे.

योगी सरकार का अपराध पर लगाम , 100 दिन में 622 हत्या और 790 बलात्कार

पुलिस द्वरा की गई गिरफ्तारी का कई राजनैतिक दलों ने विरोध किया है .रास्ट्रीय क्रांति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृज लाल लोधी ने खा की प्रदेश में कानून का राज ख़त्म हो गया है ,हिंसा की घटनाओं का बढ़ना इस सरकार के कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है .




जनता दल यू युवा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ एस आर सिंह पटेल ने कहा की लोकतंत्र खतरे में है ,सरकार के विरुद्ध जनभावनाओ को कुचला जा रहा है ,जिसमेसे लगता है आपातकाल का दौर पुनः वापस आ गया है .

(खबर कैसी लगी बताएं जरूर. आप हमें फेसबुक, ट्विटर और गूगल प्लस पर फॉलो भी कर सकते हैं.)




loading...


इसे भी पढ़े -

Leave a Comment