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जब मैं संघियों को देखता हूं तब मेरा खून खोल उठता है !

नई दिल्ली .गुजरात चुनाव में साम ,दाम -दंड भेद की राजनीति ने पराकाष्ठा पार कर दी है ,पाटीदार नेता हार्दिक ,दलित नेता जिग्नेश के जनाधार से तिलमिलाए विपक्ष के लोग जहा उन पर हमला करवाकर मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहे है वही गुजरात चुनाव में डट कर मुकाबला कर रही कांग्रेस के जनाधार को ऊल जुलूल आरोपों के जरिए रोकने का प्रयाश चल रहा है .

गुजरात चुनाव में पाकिस्तान की तथाकथित भूमिका को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंचो से भासण दे रहे है किन्तु सच क्या है इसका खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों के विश्लेषक, सैन्य इतिहासकार, कॉलमिस्ट और कांग्रेस मेंबर मनदीप सिंह बाजवा ने संघियों पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट में किया है।.

बाजवा ने ट्वीट में लिखा है कि “जब मैं संघियों को देखता हूं तब मेरा खून खोल उठता है, जिनके परिवार ने कभी इस देश के लिए लड़ाई नहीं की थी वे सोचते हैं कि जनरल दीपक कपूर भारत को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रच रहे हैं. मैं याद दिलाना चाहता हूं कि इसी जनरल ने 1971 की लड़ाई में अपनी मातृभूमि की रक्षा की थी.

कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और उच्चायुक्त के साथ जिस मीटिंग की बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों को सिरे से नकार दिया था, अब उसी मीटिंग पर पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर का बयान आया. रिटायर्ड जनरल कपूर ने खुद इस मीटिंग में मौजूद होने की बात कही. अब उनकी इस जानकारी के बाद कांग्रेस के लिए इस पूरे मसले पर मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.

मनदीप सिंह बाजवा द्वारा ट्वीट के बाद ट्वीटर पर यूजर्स ने उनसे सवाल पूछने शुरू कर दिए। ‏@pankajsrini ने पूछा कि सर क्या दीपक कपूर को आगे आकर बताना नहीं चाहिए कि उस मीटिंग में क्या हुआ. ऐसा क्या है जो वो छिपा रहे हैं. @ravi_sec ने लिखा कि जनरल ने 1971 के युद्ध में भारत का बचाव किया लेकिन अब उन्हें अपने कॉन्टेक्ट्स को विस्तार से बताने की जरूरत है.
ट्विटर पर सवालो के बीच बाजवा ने एक और ट्वीट कर मोदी पर निशाना साधा –
What was the need for Modi to make a totally unscheduled stop-over at Lahore to attend Nawaz Sharif’s grand-daughter’s wedding? Couldn’t stay away from the Biryani and Kheer?

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