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भ्रष्टाचारी सावधान !पंचमतल पर बैठ गया सीएम की पसंद ईमानदार आईएएस नीतीश कुमार

लखनऊ.उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों ,कार्ययोजनाओ का सुचारू रूप से पालन कराने में शसक्त भूमिका का निर्वहन कराने व भ्रष्टाचारियो के कुकर्मो के दुश्मन के रूप में चर्चित मृदुभाषी ,शांत स्वभाव के बेहद मिलनसार 2010 बैच के  युवा आईएएस नीतीश कुमार के पूर्व के निष्ठापूर्वक कार्यो को दृष्टिगत रखते हुए  मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने भ्रस्ट्राचार पर निगरानी और लगाम लगाने हेतु अपने सचिवालय का  विशेष सचिव बनाया है .नौजवान आई ए एस  नीतीश कुमार अभी  सहकारी समितियों के उप निबंधक के पद पर लखनऊ  मुख्यालय में तैनात है.

बताया जाता है कि आई ए एस  नीतीश कुमार बिभिन जनपदों में तैनाती के दौरान सरकार की नीतियों ,कार्यक्रम के क्रियावयन में जनपद को हमेशा  अव्वल स्थान दिलाने में कामयाब रहे है ,भ्रस्ट्राचारियो के आँख की किरकरी बने इस नौजवान आई एस एस ने कभी भी भ्रस्ट्राचारियो के समक्ष  झुकना नहीं सीखा जिसके कारण कई बार यह भ्रस्ट्राचार को अंजाम देने वाले अपराधियों के निशाने पर रहे .

 

सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के पक्षधर है आई ए एस  नीतीश कुमार- 

आई ए एस  नीतीश कुमार जिस भी जनपद में तैनात रहे है उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में गुणवता पूर्ण शिक्षा की वकालत की है ,समय -समय में शिक्षको व छात्रों का क्लास लेकर नीतीश कुमार ने शिक्षा की गुणवत्ता को जाचा परखा और लापरवाही पर सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य और अध्यापको को लताड़ भी लगाई ,लोगो में चर्चा बरकार रहती थी की मौजूदा सीडीओ नीतीश कुमार के कार्यकाल में लगता है लखीमपुर की सरकारी बदहाल शिक्षा और शिक्षक पटरी पर आ जाएगे ,आई ए एस नीतीश कुमार की छापा मार पद्धति को लेकर आज भी लखीमपुर के लोग उनके कार्यो के दीवाने है .

सीडीओ लखीमपुर खीरी रहते हुए नीतीश कुमार ने जिले के प्राथमिक स्कूलों का कायाकल्प कर दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने जिले की ग्राम पंचायतों में सरकारी लाइब्रेरी भी खुलवा दी थी ताकि बच्चों को और गांव वालो को सरकारी योजनाओं की जानकारी गांव स्तर पर भी उपलब्ध हो सके वही प्रधानमंत्री में स्वछता अभियान का पालन भी बखूबी से करवाकर एक नजीर पेश किया .

 

जिलाधिकारी  के रूप में श्रावस्ती को दिलाया था मोस्ट इम्प्रूव्ड डिस्ट्रिक का अवार्ड – 

पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार  में श्रावस्ती के जिलाधिकारी के रूप में नीतीश कुमार के बेहतर कार्यो  की बदौलत श्रावस्ती को मोस्ट इम्प्रूव्ड यानि सबसे तेजी से विकास करने वाले जिले का खिताब हासिल हुआ था.

 

बालिका शिक्षा और महिला रोजगार को बढ़ावा देने के लिए खुद लगाते थे पाठशाला और रोजगार हेतु महिलाओं का प्रोत्साहन-

शिक्षकों की कमी से जूझ रहे श्रावस्ती के जीजीआईसी भिनगा में खुद तो पढ़ाने पहुंचे ही थे. जिले के अन्य अधिकारियों को भी बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया. उनका कहना था कि हफ्ते में एक दिन समय निकालकर तो अधिकारी स्कूल के बच्चों को शिक्षित कर ही सकते हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में बालिकाओं के नामांकन में भी बढ़ोत्तरी करा दी थी.महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु लगातार प्रयत्नशील रहकर आई ए एस नितीश कुमार ने समय समय पर प्रशिक्षण करवाकर लगातार निरिक्षण कर उनकी मदद हेतु आगे खड़े रहे .

न्याय पंचायतों पर खुलवा दिए थे ज्ञान केन्द्र- 

 श्रावस्ती में रहते हुए नीतीश कुमार ने प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था तो ठीक की थी. कई  विद्यालयों के भवनों को भी प्राइवेट स्कूलों की तरफ चमका दिया था. स्कूलों में टाइल्स लगवाकर, बच्चों के खेलने के लिए खिलौने भी उपलब्ध करवा दिए थे. ताकि बच्चे एक बेहतर माहौल में स्कूल जाने के ल्ए तैयार रहें.इसके अलावा न्याय पंचायत स्तर पर बड़े पैमाने पर पंचायत भवनों या पुराने पड़े स्कूलों के भवनों की हालत सुधारकर उसमें पुस्तकालय और वाचनालय भी खुलवाए थे जिनको ज्ञान केन्द्र नाम दिया गया है. श्रावस्ती में राप्ती नदी की स्वच्छता और संवर्धन के लिए प्रयास किए गए.

 

फिरहाल एक ईमानदारी ,कर्तव्यपरायण छबी के दमदार नौजवान आई ए एस नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेस सचिव की नियुक्ति के बाद से ही सचिवालय में उनके अधीन कार्यरत ईमानदार अधिकारियों की बांछे खिले है वही भ्रस्ट्राचार की काली गंगा में डुबकी लगाने वाले अधिकारी /कर्मचारी भयाक्रांत है .

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