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सत्ता में बैठे लोग पूर्वांचल के लोगों को बेवकूफ समझते हैं –राजकिशोर

हर्रैया से राजकिशोर को  टिकट काटे जाने का अंदेशा

     राजकिशोर को निर्दल चुनाव जीत जाने का घमंड 

लखनऊ| विधान सभा के चुनाव में सपा के मौजूदा विधायको को भी टिकट काटने का भय सता रहा है मौजूदा विधायक टिकट बरक़रार रखने हेतु पार्टी के नेतावो की गणेश परिक्रमा कर रहे है |पार्टी नेतृत्व द्वरा कुछ मौजूदा विधायको का टिकट इस बार काटा जा सकता है जिस हेतु पार्टी ने पूर्व में अल्टीमेटम भी दिया था |पार्टी को अपनी बपौती समझ्ररहे नेता अब मानसिक रूप से परास्त हो रहे है और उन्हें पता चल गया है की इस बार उनकी दाल नहीं गलने वाली है  ऐसा ही एक मामला देखने को मिला बस्ती में मुलायम ,शिवपाल के मंत्रो का जाप करने वाले अब उनको हो कोष रहे |

राजकिशोर सिंह की बर्खास्तगी से कही ख़ुशी कही गम

समाजवादी पार्टी में मची चाचा –भतीजे घमाशान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बस्ती के हरैया विधान सभा से विधायक राजकिशोर सिंह और सुल्तानपुर के अमेटी से विधायक गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। मुलायम और शिवपाल के दबाव के चलते गायत्री प्रजापति की मंत्रिमंडल में तो वापसी हो गई किन्तु  राजकिशोर को मंत्रिमंडल में ठिकाना नहीं मिला| मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी के बाद से राजकिशोर चुप रहे किन्तु बुधवार को  बस्ती के हर्रैया में बिना नाम लिए राजकिशोर ने खूब बरषा और बोले सत्ता में बैठे लोग पूर्वांचल के लोगों को बेवकूफ समझते हैं। तेजी से आगे बढ़ने वाले नेताओं की हत्या करा दी जाती है या फिर साजिश का शिकार बना दिया जाता है लेकिन इस बार पूर्वांचल ही प्रदेश का मुख्यमंत्री तय करेगा। मेरा कोई बाल भी  बाका नहीं कर सकता कुछ ही दिनों में होने वाले विधान सभा चुनाव में हरैया कि जनता अपनी ताकत का एहसास कराएगी जनता हमें निर्दल ही विधान सभा में भेज सकती है | राजकिशोर के छोटे भाई ऊर्जा सलाहकार बृजकिशोर सिंह डिम्पल ने कहा कि उनका परिवार केवल हर्रैया की जनता के आगे झुकता है। राजकिशोर यदि झुके होते तो मंत्री पद बरकरार रहता।

राजकिशोर के पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष देवेन्द्र प्रताप सिंह ‘शानू ने भी जनता से अपने परिवार का साथ देने की अपील की

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