पीएम मोदी के अनुभवों का विमर्षन
आइए आपको मेरे सहयोगी और दोस्त प्रतीक के साथ मेरी लखनऊ की छत पर बैठकर स्वतंत्रता दिवस समारोह देखने की कहानी सुनाता हूं. यहां हमारे प्रधानमंत्री जी के वह भाषण सुनते हैं, जिन्हें मैं यहां पेश कर रहा हूं.
मोदी जी के भाषण की सुनने की और उनके विचारों को समझने की विशेषता यह है कि वे जिन मुद्दों पर बात करते हैं, वह सचमुच महत्वपूर्ण होते हैं. हर स्वतंत्रता दिवस, उनके भाषण से हमें कुछ नया सीखने को मिलता है. उनकी सादगी, उनकी व्यक्तिगत यात्रा, और उनके द्वारा दिए गए उद्धरण हमें हमेशा ही प्रेरित करते हैं.
2018 का स्वतंत्रता दिवस भाषण
मैं अवनी के साथ लंच के दौरान 2018 की बात कर रहा था, जब मोदी जी ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में अपना खास भाषण दिया था. उन्होंने इस लक्ष्य को सेट किया था कि 2022 तक भारत की कोई भी परिवार बिना घर रह न जाए. बेहद उत्साही होकर उन्होंने अपने मिशन के बारे में बताया था.
2019 की स्वतंत्रता के दिन की यात्रा
2019 का स्वाधीनता दिवस मेरे लिए वास्तव में एक यादगार था, क्योंकि मेरे बच्चे प्रतीक ने पहली बार मोदी जी का भाषण सुना था. मोदी जी ने ऑनलाइन बुलlying के खिलाफ उन्नत नीतियां और उपाय बताये थे. मेरे बच्चे, प्रतीक ने इसे अत्यंत जीवंतता और समझदारी के साथ सुना था.
2020 की स्वतंत्रता दिवस: एक नया दौर
COVID-19 के दौरान, हम सभी की आदतों में बदलाव देखने को मिला। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी अपने सामर्थ्य और स्वतंत्रता दिवस के भाषण में प्रगति की ओर हमें सशक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़े।
2021 का स्वतंत्रता दिवस और मेरी आशाएं 2023 के लिए
स्वतंत्रता दिवस का 75वां वर्ष 2021 में मनाया गया था, मोदी जी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान की ओर कड़ी मेहनत की जरूरत है। आज 2023 का जुलाई महीना है और मैं यही आशा करता हूं कि अगले स्वतंत्रता दिवस पर मोदी जी का भाषण हमारे लिए नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत होगा।
संवेदनशील मुद्दों पर मोदी जी के भाषणों की गहराई और नेतृत्व की जनसंवेदना हमें हमेशा आशावादित करती है। भारत के प्रधानमंत्री के रूप में, उन्हें देश की अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर बात करनी पड़ती है। अब यह देखना होगा कि 2023 का स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए क्या लेकर आता है।