पीना: कितना, कब और क्या बेहतर है?
आपने कभी ध्यान दिया कि दिन भर में क्या पीते हैं और क्यों? पीना सिर्फ प्यास बुझाना नहीं है—यह आपकी ऊर्जा, त्वचा और सोच पर असर डालता है। छोटे-छोटे बदलाव से बड़े फायदे मिलते हैं, इसलिए यहां सीधे और काम के सुझाव दे रहा/रही हूँ।
पानी और हाइड्रेशन
सिर्फ नंबर याद रखने से बेहतर है शरीर के संकेत समझना। सामान्य तौर पर रोज़ाना 2-3 लीटर पानी ठीक रहता है, लेकिन वजन, मौसम और शारीरिक काम के हिसाब से बदलता है। सुबह उठते ही एक गिलास पानी पिएं—यह मेटाबॉलिज्म और पाचन के लिए अच्छा है। मूत्र का रंग सबसे आसान संकेत है: हल्का पीला ठीक है, गहरा रंग हो तो और पानी लें।
काम के दौरान हर 30-45 मिनट में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें—बड़े सिप कम लें, छोटे-छोटे घूंट लें। अगर पसीना ज्यादा आता है या आप व्यायाम कर रहे हैं, तो इलेक्ट्रोलाइट्स वाले ड्रिंक या नारियल पानी लें। ध्यान रखें कि पैकेज्ड शुगर ड्रिंक्स शॉर्टकट हैं लेकिन रोज़ाना के लिए अच्छे नहीं हैं।
चाय, कॉफ़ी और कैफीन
चाय और कॉफ़ी बहुत लोगों की दिनचर्या का हिस्सा हैं। रोज़ाना 2-3 कप कॉफ़ी या 3-4 कप चाय आमतौर पर ठीक रहती है, पर यह व्यक्ति पर निर्भर करता है। शाम के बाद अधिक कैफीन लेने से नींद प्रभावित होती है—अगर आपको सोने में दिक्कत है तो शाम के बाद चाय-कोफी कम कर दें।
काफीन के प्रभाव अलग-अलग लोगों में अलग होते हैं—कुछ को एक कप से ही दिल की धड़कन तेज होती है। अगर आपको बेचैनी, हार्टबर्न या नींद कम लगती है, तो कैफीन घटा दें। हर्बल टी और निम्बू पानी अच्छा विकल्प हैं जब आप हल्का कुछ चाहें।
शराब के बारे में सरल सलाह: कम और सीमित। महिलाओं के लिए सामान्य सलाह एक ड्रिंक रोज़ाना से अधिक न हो और पुरुषों के लिए दो ड्रिंक सीमा रखी जाती है। यह सीमा उस कहते हैं कि हर दिन नियमित अधिकता से स्वास्थ्य जोखिम बढ़ते हैं। खासतौर पर गर्भावस्था, दवा लेते समय या लीवर की समस्या होने पर शराब बिलकुल न लें।
बच्चों और बुजुर्गों की अलग जरूरत होती है। बच्चों को शुगर-भरे जूस और सॉफ्ट ड्रिंक कम दें—सादा पानी और फलों का प्यूरी मिश्रण बेहतर हैं। बुजुर्गों को भी नियमित छोटे-छोटे घूंट और इलेक्ट्रोलाइट ध्यान में रखने चाहिए क्योंकि उनकी प्यास का संकेत कमजोर होता है।
संकेत जो ध्यान रखने चाहिए: लगातार सिर दर्द, चक्कर, कम पेशाब या गाढ़ा मूत्र—ये निर्जलीकरण के लक्षण हैं। उल्टा, बार-बार पेशाब आना, सूजन या बेचैनी हों तो किसी डॉक्टर से बात करें।
छोटा नियम याद रखें: पानी को प्राथमिकता दें, कैफीन और शराब सीमित रखें, पैकेज्ड शुगर वाले ड्रिंक रोज़ाना मत बनाएं। इन सरल आदतों से आप बेहतर महसूस करेंगे और दिन भर ऊर्जा बनी रहेगी।
यहाँ दी गई सलाह रोज़मर्रा के लिए है—अगर आपकी कोई खास बीमारी है तो अपने डॉक्टर से बात करें।