लखनऊ : संस्कृति निदेशालय द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर को आरटीआई के तहत उपलब्ध कराये गए अभिलेखों से इस बात का खुलासा हुआ है कि यश भारती और पद्म सम्मान से सम्मानित लोगों को मासिक पेंशन शुरू करने के बाद अब तक पेंशन भुगतान में रु० 9,11,00,335 का व्यय किया जा चुका है।
संयुक्त निदेशक अनुराधा गोयल के पत्र दिनांक 27 अप्रैल 2017 के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुल 172 लोगों को पेंशन दी गयी। गौरतलब है कि अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में 03 नवम्बर 2015 के शासनादेश द्वारा 50,000 प्रति माह का पेंशन दिए जाने का निर्णय लिया गया था।
हाल में 20 अप्रैल 2017 को संस्कृति विभाग की समीक्षा के दौरान योगी आदित्यनाथ द्वारा यश भारती की पुनरीक्षा करने के आदेश देने के बाद संस्कृति निदेशालय ने अपने पत्र दिनांक 25 अप्रैल 2017 द्वारा शासन से पेंशन दिए जाने के सम्बन्ध में मार्गदर्शन देने का अनुरोध किया है।
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