लखनऊ .उत्तर प्रदेश में आईएस के आतंक का साया मंडराने लगा है. मंगलवार को लखनऊ में छिपे एक आईएस आतंकी के साथ मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश एटीएस की मुठभेड़ हुई .इस मुठभेड़ में आतंकी सैफुल्ला ढेर हो गया.
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में मंगलवार सुबह हुए धमाके में एमपी पुलिस ने होशंगाबाद के पिपरिया से तीन संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा. इनसे मिली जानकारी यूपी पुलिस से साझा की गई. इस आधार पर कानपुर से दो आईएस संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया.इनकी सूचना पर एटीएस ने लखनऊ के काकोरी स्थित हाजी कॉलोनी में आतंकियों की घेराबंदी की.उत्तर प्रदेश एटीएस से घिरता देख आतंकियों ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही.आतंकी को जिंदा पकड़ने के लिए एटीएस ने अपना अभियान लंबा खींचा.
एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुए ट्रेन ब्लास्ट की पड़ताल कर रही एमपी एटीएस ने भोपाल में तीन आतंकियों कानपुर के अतीफ मुजफ्फर व दानिश अख्तर और अलीगढ़ के सैय्यद मीर हुसैन को गिरफ्तार किया. उनसे पूछताछ के आधार पर कानपुर व लखनऊ में छिपे उनके साथी आतंकियों का पता चला. एमपी एटीएस की टीम विशेष उड़ान से लखनऊ पहुंची और आनन-फानन में आपरेशन शुरू किया गया.
यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण व लखनऊ के आईजी ए. सतीश गणेश के नेतृत्व में गठित टीम ने कानपुर के चकेरी छिपे आतंकी इमरान व फैजल को गिरफ्तार कर किया साथ ही पता चला कि एक आतंकी फखरे आलम उर्फ रीशू इटावा में छिपा है. उसे इटावा से गिरफ्तार किया गया है. उनके कब्जे से आईएसआईएस की सामग्री, तीन लैपटाप मिले हैं. इन लैपटापों में बम बनाने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारियां सेव हैं,साथ ही मोबाइल के जरिए कई साथियों का पता चला है.
इधर लखनऊ के काकोरी में छिपे सैफुल्ला के पास असलहे बरामद हुए हैं. लिहाजा, सैफुल्ला को जिंदा पकड़ने के लिए एटीएस ने मिर्ची बम छोड़ा, लेकिन उससे पुलिस टीम का भी वहां रहना मुसीबत बन गया. खासी दिक्कतों के बीच एटीएस की टीमों ने जैसे-तैसे घर की छत काटकर घर में प्रवेश किया. रात करीब 11.00 बजे तक चले आपरेशन के दौरान एटीएस जब भीतर गई तो एक आतंकी घायल और खून से लतपथ मिला, जबकि दूसरा सही सलामत पाया गया है. एटीएस दोनों आतंकियों को कब्जे में लेकर घर की सघन तलाशी कर रही है.
बताया जा रहा है कि यह माड्युल आईएसआईएस का लखनऊ-कानपुर खुरशान माड्युल है. खुरशान सीरिया में एक स्थान है जहां आईएसआईएस के आतंकियों का अड्डा रहा है.पकड़े गए सभी आतंकियों से खुफिया एजेंसियों के अलावा एनआईए और खुफिया सैन्य एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. उन्होंने पूछताछ में अपने कुछ और साथियों के नाम बताए हैं, साथ ही बताया है कि कैसै वे आईएसआईएस के संपर्क में आए.
सैफुल को जिंदा गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटे एटीएस के अफसरों ने बड़ी मुश्किल से उससे संपर्क किया और सरेंडर करने को कहा, इस पर वह कमरे से ही चिल्लाया कि मर जाएंगे पर समर्पण नहीं करेंगे. यह कह कर उसे कई राउण्ड और फायरिंग झोंक दी.
सैफुल हाजी कालोनी में धार्मिक स्थल के पास मलिहाबाद के मूल निवासी बादशाह के मकान में किराए पर पांच महीने से रह रहा था.दोपहर करीब तीन बजे एटीएस को सूचना मिली कि उज्जैन में पकड़े गए आतंकियों का साथी सुफैल हाजी कालोनी में छिपा हुआ है. उससे तीन चार लोग मिलने पहुंचे हैं. उनके पास एसआर रायफलें है. इसके बाद ही एटीएस लखनऊ पुलिस को जानकारी देकर मौके पर पहुंच गई थी.
टीएस के एक जवान ने बताया कि वह लोग बेहद गुपचुप तरीके से मकान तक पहुंचे. बस, अंदर घुसने ही जा रहे थे कि बगल के मकान में ऊपर खेल रहे बच्चों ने उन्हें देखकर शोर मचा दिया. इसके बाद ही बादशाह के मकान में रह रहा आतंकी अलर्ट हो गया. उसने फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग से कुछ पल के लिए एटीएस जवान हड़बड़ा गए क्योंकि वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थे.
आतंकी के फायरिंग करते ही कमाण्डों ने पूरे मकान को घेर लिया. मकान के पिछले हिस्से से लेकर सामने तक सब तरफ एटीएस के कमाण्डो और क्राइम ब्रांच व लखनऊ पुलिस के जवान फैल गए. आधुनिक हथियारों से लैस इन पुलिसकर्मियों ने घर के अंदर घुसना शुरू किया.
कमाण्डो को अंदर आता देख आतंकी ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था.एटीएस ने इस कमरे को भी घेर लिया. जब कुछ और कमाण्डो अंदर आने लगे तो इस कमरे से ताबड़तोड़ तीन-चार राउण्ड फिर फायरिंग कर दी. जवाब में एटीएस जवानों ने भी गोलियां चला दी. इसके बाद करीब आधे घंटे तक आतंकियों ने कोई हरकत नहीं की.
आतंकी की इस चेतावनी के बाद एटीएस का यह आपरेशन और तेज हो गया. कमाण्डो और बुला लिए गए. बगल के मकान को भी खाली करा लिया गया. मकान से 50 कदम पर जुटे सैकड़ों लोगों को पुलिस ने दूर कर दिया.
आतंकी रुक रुक कर फायरिंग करता रहा, इसके जवाब में एटीएस के कमाण्डो भी गोली चलाते रहे. गोलियों की तड़तड़ाहट से आस पास का इलाका दहशत में आ गया. मकान के बाहर डटे जवान कुछ दूरी पर जुटी भीड़ को दूर करने में लग गए.
शाम को आईजी ए.सतीश गणेश ने बताया कि आतंकी को मुश्किल पैदा करने के लिए अंदर धुआं छोड़ने वाला केमिकल भी डाला गया. इससे काफी धुआं भी उठा पर आंतकी बाहर नहीं आया. अफसरों ने बताया कि अभी यह नहीं पता है कि कमरे में सिर्फ सैफुल है अथवा उसके साथ दो-तीन और लोग हैं.
राजधानी लखनऊ में संदिग्ध आतंकी के घुसने और उससे मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियो के कान खड़े हो गए हैं. अनहोनी से बचने के लिए फैजाबाद जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. जिले में प्रवेश के सभी मार्गों पर सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं. शहर में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
मंगलवार की शाम राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में संदिग्धों के पहुंचने के बाद हरकत में आई एटीएस की मुठभेड़ को लेकर जिले में सतर्कता बढ़ाई गई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया संवेदनशील अयोध्या सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों की निगरानी बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख स्थानों, रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन पर आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है. तलाशी अभियान के मद्देनजर बम डिस्पोजल दस्ते, स्वाट टीम और पुलिस की अभिसूचना इकाई को भी सतर्क कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि किसी के संदिग्ध मिलने की दशा में बिना पहचान पत्र देखे किसी को छोड़ने की इजाजत नहीं है.
लखनऊ में हुए मुठभेड़ के मद्देनजर जिले में भी हड़कम्प मचा है. लखनऊ की खबर मिलते ही पुलिस ने राजधानी से सटी जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. अलर्ट मोड पर आई पुलिस ने जिले में जगह-जगह तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है. उन रास्तों पर निगाह रखी जा रही है, जो यहां से लखनऊ की तरफ जाता है.
एटीएस ने कानपुर के लाल बंगला इलाके में दबिश देकर शिक्षक नसीम के घर से फैजल को उठाया था. फैजल की निशानदेही पर ही लखनऊ में मुठभेड़ चल रही थी . इसके अलावा एटीएम की एक टीम कमांडो व बम निरोधक दस्ते के साथ दोबारा लाल बंगला स्थित नसीम के घर पर छापेमारी कर तलासी अभियान चलाया .
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