अहमदाबाद.भाजपा के उत्तरप्रदेश में एतिहासिक जीत के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं, लेकिन अमित शाह को अपने गृह प्रदेश से कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. चाहे वो अमित शाह की रैली में कुर्सियां फेंकने का मामला हो या पाटिदारों का मुख्यमंत्री रुपानी के खिलाफ गोलबंदी का.
ताजा मामला पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के फायर ब्रांड नेता चिराग पटेल के उस बयान से है जिसे लेकर गुजरात की सियासत फिर से गर्म हो गई है. अहमदाबाद में चिराग पटेल ने बताया कि हम गुजरात के लोग अमित शाह और नरेंद्र मोदी के झूठे तिलिस्म को हर मोर्चे पर तोड़ंगे, इसकी तैयारी पूरी मुकम्मल है.गुजरात में झूठा विकास का कैनवास खींचा गया जिसे हम पूरे देश के सामने ला रहे हैं. गुजरात में दो सिर्फ दो वर्ग हैं, एक बेहद अमीर और दूसरा बेहद गरीब. ये लड़ाई आरएसएस के प्रयोगशाला में हम लड़ रहे हैं और यहां की जनता हमे इस लड़ाई में विजेता बनाएगी.
बातचीत के दौरान चिराग पटेल ने ये भी बताया कि हम देश में एक साथ दो लड़ाई लड़ रहे हैं एक विकास की झूठी अवधारणा और दूसरा गंगा जमुनी तहजीब पर प्रत्यक्ष हमला. जिसे हम हर कीमत पर फैलने नहीं देंगे. गुजरात की जमीन गद्दारों और वफादारों को अच्छी तरह पहचानती है और आनेवाले चुनाव में इसका परिणाम आप सब को देखने को मिलेगा. इसी सिलसिले में आज चिराग पटेल और दलित नेता जिग्नेश मेवानी प्रवीण तोगड़िया के गुजरात में हिंदू सम्मेलन के खिलाफ आज रणनीति तय करेंगे.
किसान नेता पाटीदार आंदोलन के समन्वयक और किसान नेता अविनाश काकड़े ने तोगड़िया पर हमला करते हुए कहा कि ये कौन सा देश रच रहा है प्रवीन तोगड़िया? पहले ये बात स्पष्ट करें प्रवीन तोगड़िया कि हिंदू कौन है? जिन्हे गुजरात में सड़कों पर गोली मारी गई क्या वे हिंदू नहीं थे? या वे युवा जिन्हे झूठे मुकदमें में फंसा कर जेल में डाल दिया गया? रेप, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान क्या गुजराती हिंदू नहीं हैं? इसलिए पहले ये तय करें प्रवीन तोगड़िया कि हिंदू कौन हैं? अगर वो ये तय नहीं कर पाते हैं तो गुजरात के किसान, पाटीदार, कोली और शोषित लोग मुंहतोड़ जवाब देंगे.
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