बलरामपुर। मामूली विवाद में सत्ताधारी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सोनपता के पति, बेटों और समर्थकों ने मिलकर गेंहू कटाई के लिए जिले में आये कम्बाइन संचालक और सहयोगियों की जमकर पिटाई कर दी। दबंगों ने पीड़ितों को खेत में दौड़ा दौड़ाकर लोहे की राड़ और बंदूक की बट से जमकर पीटा। दबंगों ने एक सरदार की दाढ़ी तक उखाड़ डाली। पुलिस ने उल्टा दबंगों की तहरीर पर ही पीड़ितों के खिलाफ क्रास मुकदमा लिख लिया है।
घटना बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली क्षेत्र की है। पीलीभीत जिले से गेंहू की कटाई का काम करने जिले में पहुंचे कम्बाइन संचालक सरदार हरपाल सिंह सहित आधा दर्जन लोग गलिबापुर भैसाही गांव में कम्बाईन मशीन से किसानों के गेंहू कटाई का काम कर रहे थे। वहां पर बीजेपी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सोनपता के पति राशीराम अपने बेटे के साथ पहुंचे और कम्बाइन संचालकों को उनके इलाके में काम करने पर जान से मारने की घमकी दी और चले जाने को कहा। चूंकि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पति भी नई कम्बाइन मशीन लेकर आये थे इसलिए वे उन्हे अपने इलाके में काम नहीं करने देना चाहते थे। किसानों के कहने पर 10 साल से क्षेत्र में गेंहू की कटाई का काम कर रहे सरदार वहां फिर से काम पर लग गये। कुछ ही देर में राशीराम अपने बेटों और समर्थकों के साथ गेंहू कटाई का काम कर रहे लोगों के पास पहुंचे और उन पर लोहे की राड व लाठी डंडों से हमला कर दिया और खेतों में सभी को दौड़ा दौड़ाकर पीटा।
दबंगों ने असलहे की बट से भी पीड़ितों पर कई वार किये और जान से मारने का प्रयास भी किया। इतना करने के बाद भी सत्ता के मद मे चूर भाजपा नेता का परिवार के लोग नहीं माने,उन्होने एक सरदार हरपाल सिंह की दाढ़ी तक उखाड़ डाली। सभी ने किसी तरह खेतों की ओर भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद से ही किसान, स्थानीय लोग और पीड़ित दहशत में हैं।घटना में दो सरदार हरपाल सिंह व अनीस गम्भीर रूप से घायल हो गये है बाकी के तीन भाग निकले जिन्हे मामूली चोंटे आई है जबकि एक व्यक्ति का पता नहीं चल रहा है।
दबंगों ने पीड़ितों की कमाई के 50 हजार रूपये भी छीन लिये। स्थानीय लोगों ने 100 नम्बर व एम्बुलेंस को काल किया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को देखने के बाद दबंग भाग निकले। स्थानीय लोगों ने गम्भीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। साथियों पर हमले की सूचना मिलते ही भारी संख्या में कम्बाइन संचालक कोतवाली उतरौला पर इकट्ठा हुए। उन्होने ने घटना में दो नामजद सहित एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने मामले में पक्षपात करते हुए दोनों पक्षों की तहरीर पर मामला दर्ज किया है। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि योगी सरकार कहती थी कि सपा सरकार में गुंडई ज्यादा होती थी लेकिन योगी सरकार में ही गुंडई हो रही है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
उधर मामला सत्ताधारी दल के दबंगों से जुड़ा होने के कारण घटना के संबंध में जब कई बार जिले के आला अधिकारियों से बात कि गई तो उन्होने व्यस्त होने की बात कहकर मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
रिपोर्ट-फरीद आरज़ू