लखनऊ . केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के स्थापित होने के बाद से ही लगातार महगाई ,बेरोजगारी का दंश झेल रहे नागरिक अब सरकार के जन विरोधी नीतियों व बेलगाम बढ़ रही महगाई का पुरजोर विरोध करने हेतु सड़क पर उतरने को आतुर है . कृषि प्रधान देश में कृषि कार्यो हेतु प्रयोग होने वाले यंत्रो पर महगाई की मार पड़ने के बाद अब डीजल के दामों में भी बेतहासा वृद्धि हुई है .बढ़ रही महगाई व घट रहे रोजगार को लेकर किसान व मूलनिवासी समाज के हक़ व हकूक की लड़ाई लड़ रहे संघठन सरदार सेना ने 31 मई को पुरे प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शवयात्रा निकालने की घोषणा किया है .
सोमवार को संगठन के कोर कमेटी की हुई बैठक में पुरे प्रदेश सहित अन्य राज्यों में एक समय पर शव यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है ताकि पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी होने के बाद देश में हाहाकार की स्थिति पर सरकार की निगाह पहुच सके .
सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आर. एस. पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश से यह वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो उस वक्त की सरकार में जो महगाई डायन का स्वरूप ले चुकी है इस डायन को मै समाप्त कर दूंगा किन्तु वर्तमान सरकार के आज 4 साल हो गए किन्तु महंगाई घटने के बजाय और बढ़ गई है.आज महंगाई अपने चरम सीमा को पार कर गयी है कितु युवाओं को रोजगार न मिलने से बेरोजगारी बढ़ी है, चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है.हमारा देश 70 सालों में अब तक की सबसे दूरदिन दौर का दंश झेल रहा है. पूर्व की सरकार में महंगाई को डायन बोलने वाले लोग अब कहाँ चले गए.
उन्होंने कहा कि युवा, किसान, मजदूर चारों तरफ मौत को गले लगाने को विवश है. देश में लगभग ज्यादातर व्यवस्थाएं पेट्रोल-डीजल पर निर्भर हैं. पिछले सालों से अब तक पेट्रोल-डीजल के दाम की बढ़ोत्तरी आसमान छू रही है, आखिर इस सरकार में महंगाई पूरी तरह डायन क्यों बन गयी है ?
31 मई 2018 को दोपहर 3 बजे हर जिले में निकलेगी PM मोदी की शव यात्रा
सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आर. एस. पटेल ने सोमवार को संगठन के प्रमुख साथियों के बीच एलान किया कि देश में बढ़ रही महगाई एवं पेट्रोल-डीजल के दाम के बढ़ोत्तरी के विरोध में 31 मई 2018 को दोपहर 3 बजे प्रदेश के तमाम जिलों में शव यात्रा निकाल कर सरकार का विरोध करते हुए निम्न मांग किया जायेगा-
- पेट्रोल एवं डीजल पर अभी तक जीएसटी क्यों नहीं लागू हुआ? इसे तत्काल लागू किया जाय।
- पेट्रोल एवं डीजल को निजी हाथों मे देने की बजाय सरकार द्वारा स्वंय संचालित किया जाय।
- किसानों के लिए किसान कार्ड बनाकर डीजल और पेट्रोल सस्ते दर पर मुहैया कराया जाय।
- वर्तमान डीजल व पेट्रोल के दाम को सरकार द्वारा कम करके नाममात्र का ही टैक्स निर्धारित किया जाय।
उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि सरकार इन मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो 31 मई के बाद देश भर के तमाम सामाजिक संगठनों को एकजुट कर राष्टव्यापी आंदोलन कर सरदार सेना सरकार की ईट से ईट बजा देगी .