लखनऊ .उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने व सरकार की कमान गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ उर्फ़ अजय सिंह विस्ठ के हाथ आने के बाद से ही मुख्यमंत्री के स्वजातीय तथाकथित गुंडे प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में खुले रूप से गुंडागर्दी कर रहे है .मुख्यमंत्री के स्वजातीय समाज का होने के कारण उत्तर प्रदेश की पुलिस भी इन गुंडों पर हाथ डालने से कतरा रही है .जिस कारण इन तथाकथित गुंडों का मनोबल दिनों दिन बढ रहा है ,दूसरी तरफ पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह मीडिया के मार्फ़त प्रदेश में कानून व्यवस्था सुदृढ़ होने की वाहवाही करते नहीं थकते .
ताजा मामला बस्ती जिले से है जहा सवर्ण जाति के पत्रकारों ने अबैध वसूली का विरोध करने पर साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक लवकुश पटेल को बंधक बनाकर मारा - पीटा और मोबाइल समेत 5000 रुपया छीनते हुए धमकी दिया कि इस बात की यदि शिकायत होती है तो तुम्हे जान से मार देंगे ,हमारा इस सरकार में कोई बाल्बका नहीं होगा ,सरकार ठाकुरों की है .
पुलिस अधीक्षक बस्ती को दिए गए शिकायती पत्र के अनुसार पत्रकार लवकुश पटेल जिला पंचायत कार्यालय बस्ती के पास से गुजर रहे थे तभी उनकी नजर गावं के प्रधान प्रतिनिधि रंगीलाल चौहान पर पड़ी ,जिनसे इण्डिया न्यूज़ के रिपोर्टर सतीश श्रीवास्तव व न्यूज़ वर्ल्ड इण्डिया के रिपोर्टर संतोष सिंह की बातचीत चल रही थी ,गाव के रंगीलाल को देख पत्रकार लवकुश भी रूक गए तो पता चला कि दोनों पत्रकार प्रधान प्रतिनधि रंगीलाल से ग्राम समाज की एक खबर रोकने के बदले एक लाख रुपए की मांग कर रहे थे और बातचीत के बीच विवाद की स्थित उत्पन्न होने लगी ,जिस कारण मै मामले में पटाक्षेप करने लगा .मेरे पटाक्षेप के बीच दोनों पत्रकार आपे से बहार होते हुए मुझ पर फर्जी पत्रकार व वीडियो रिकॉर्डिंग का आरोप लगाते हुए मेरे ऊपर टूट पड़े ,मारपीट के दौरान मेरे दोनों मोबाइल ,जेब में रखा पर्श ,जरूरी कागजात समेत 5000 नकद रुपया ले लिए .मारपीट करते समय इनके साथ १०-१२ अन्य इनके साथी भी मौजूद रहे जो इनकी मदद कर रहे थे .
पत्रकार लवकुश पटेल के मुताबिक मार -पीट के बाद इन लोगो ने मुझे मुर्गा बनाया ,स्वरचित बातो को जबरिया मुझसे कहलाकर वीडियो बनाया २ घंटे उपरान्त इन लोगो ने मेरे फोने को फार्मेट कर देते हुए कहा कि इस बात की जानकारी किसी को दिया तो हम तुम्हारी जान ले लेंगे .हम बड़े समूह के पत्रकार है , साथ साथ प्रदेश में हम ठाकुरों की सरकार है ,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हम करीबी व शिष्य है .तुम हम लोगो का कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे .
स्थानीय लोगो का आरोप है कि इन दोनों पत्रकारों की माली हालत बिगत ५ वर्षो में करोडो की हो गई है .इन पत्रकारों का पेशा ही अबैध वसूली करना है ,इनके द्वारा विगत ५ वर्षो में अर्जित संपत्ति की यदि जांच हो जाय तो इनकी असलियत सामने आ जाएगी .समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है .
सुने पत्रकार लवकुश पटेल की जुबानी -
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