लखनऊ .उत्तर प्रदेश में एक तरफ लोग नोट बंदी से परेशान है तो दूसरी ओर विधान सभा चुनाव की तिथि ज्यो –ज्यो नजदीक आ रही है ,राजनैतिक पार्टीया नए –नए पैतरे के साथ ही नए गठबंधन के मुहाने पर खड़ी है .दिग्गज समाजवादियो ने पहले समाजवादी विचारधारा वाले दलों को एक कर नया दल बनाने की कोशिश की और असफल रहे .बिगत दिनों प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के नेतृत्वा में गटबंधन की बयार चली ,लगातार बैठके हुई पर मुलायम के अकेले चुनाव लड़ने के बयान के बाद मामला खटाई में पड़ गया .
लेकिन प्रदेश में गठबंधन की जमीन अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है. एक नये गठबंधन की भूमिका इन दिनों लिखी जा रही थी जिसका आज औपचारिक एलान हो सकता है. नये गठबंधन में तीन पार्टियां एक बैनर तले आने को तैयार हैं. इस नए गठबंधन में चौधरी अजीत सिंह की लोकदल मुख्य भूमिका में होगी.
उत्तर प्रदेश में शराब बंदी और बिहार के विकास के बलबूते अपनी राजनैतिक जमीन तलाश रहे नीतीश कुमार इस गठबंधन के मुख्यसुत्रधार है जो बिहार के गठबंधन फार्मूले को उत्तर प्रदेश में अजमाना चाह रहे है ,फिरहाल आज जदयू ,लोकदल ,बीएस 4 नेता मिलकर इस गठबंधन की घोषणा करेंगे .