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नागालैंड में दम -खम के साथ चुनाव में उतरने कि तैयारी कर रही नीतीश की जदयू

नई दिल्ली .चुनाव आयोग ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यो त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग कि गोषणा के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. राजनीतिक दल पूरी रणनीति के साथ चुनाव में उतरने जा रहे हैं.खास बात यह है कि गुजरात में जमानत जब्त करवा चुकी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयूभी नगालैंड चुनाव में दम -ख़म के साथ उतरने की तैयारी में है.

बिहार के संदर्भ से देखा जाय तो नगालैंड में होने वाले चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि गुजरात में किस्मत आजमाने के बाद अब पार्टी नगालैंड चुनाव में भी दो-दो हाथ करने के मूड में है. बताया जाता है कि नगालैंड में चुनाव लड़ने का मन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुत पहले ही बना लिया था और इसको लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी थी.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 27 जनवरी को एक दिवसीय दिल्ली दौरे पर रवाना होंगे, जहां पर वह पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और नगालैंड में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है, इसको लेकर भी कोई फैसला करेंगे. इस मामले में जदयू महासचिव केसी त्यागी का कहना है कि नगालैंड की राजनीतिक पार्टी नगालैंड पीपुल्स फ्रंट के दोनों गुटों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संपर्क साधा है. ये गुट जदयू के साथ चुनाव में तालमेल करने पर विचार कर रहे हैं.

जदयू के साथ चुनावी तालमेल के लिए नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग और पूर्व मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने नीतीश से संपर्क किया है हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि नगालैंड में जदयू कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी और किस पार्टी के साथ गठबंधन करेगी? माना जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में इसका फैसला हो सकता है.

नगालैंड में चुनाव लड़ने के फैसले के बाद इस बात की भी पूरी संभावना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश में चुनाव प्रचार प्रसार में हिस्सा लेंगे. पार्टी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि इस बार नगालैंड चुनाव में उसका नारा होगा ‘नगा जनता का विकास. मालूम हो कि साल 2003 से लगातार नगालैंड में जेडीयू चुनाव लड़ता चला आ रहा है और इस वक्त मौजूदा विधानसभा में जदयू के पास एक सीट है.

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