बलरामपुर।यूपी के बलरामपुर मे मुंसिफ मजिस्ट्रेट की तैनाती की मांग को लेकर एक सप्ताह से क्रमिक अनशन कर रहे वकीलो के सब्र का बांध बुधवार को टूट गया।वकीलो ने मांगो के समर्थन मे सडक जाम कर जम कर नारे बाजी की और विरोध जताया।वकीलो के विरोध प्रदर्शन व चक्का जाम के चलते घंटो पीलीभीत बस्ती मार्ग जाम रहा।वकीलो को समझा बुझा कर यातायात बहाल करने मे प्रशासन को कडी मशक्कत करनी पडी।
बलरामपुर जिला मुख्यालय से 28किमी दूर उतरौला तहसील मुख्यालय पर सिविल जज जूनियर डिवीजन की अदालत संचालित है।इस अदालत पर तैनात मुंसिफ मजिस्ट्रेट प्रदीप सिंह का गत 22 मार्च को गैर जनपद तबादला हो गया।तब से यह अदालत रिक्त है। इस रिक्त चल रहे सिविल जज जूनियर डिवीजन की अदालत पर मुंसिफ मजिस्ट्रेट की तैनाती की मांग को लेकर करीब एक सप्ताह से वकील क्रमिक अनशन के साथ अदालतो का बहिष्कार करते चले आ रहे है। बुधवार को जिले के उतरौला मे वकीलो ने अपनी मांगो के समर्थन मे अधिवक्ता संघ के नेतृत्व मे सडको पर उतर आए।वकीलो ने इस दौरान तहसील परिसर से जुलूस निकाला और श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहा पर पहुच कर बस्ती पीलीभीत मार्ग जाम कर दिया।वकीलो के सडक जाम व विरोध प्रदर्शन के चलते घंटो यातायात बाधित रहा।अन्दोलन कर रहे वकीलो को समझा बुझा कर यातायात बहाल करने मे स्थानीय प्रशासन को पसीने छूट गये। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार निषाद ने कहा कि उनका यह अन्दोलन चरण बद्ध तरीके से चलता रहेगा,जब तक उनकी मांगे पूरी नही हो जाती है।चक्का जाम स्थल पर पहुचे तहसीलदार रोहित कुमार को बार एसोसिएशन द्वारा महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित पाच सूत्रीए ज्ञापन सौपा।
रिपोर्ट-फरीद आरज़ू
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