CM रूपाणी के खिलाफ अवमानना का आपराधिक मामला दायर करने की तैयारी में अहमद पटेल
नई दिल्ली .गुजरात के विधान सभा चुनाव में डोल रहे सिंहासन से बौखलाई भाजपा पाटीदार नेताओ की खरीददारी की योजना में मिली असफलता और खुलासे के बाद अपनी साख बचने हेतु कांग्रेस के नेताओ पर अनर्गल आरोप लगा रही है ,कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा को इस बार के चुनाव में हार की सुचना मिल रही है ,जिस कारण भाजपा नेताओ के माथे पर ठण्ड के बावजूद पसीने टपक रहे है,भाजपा कांग्रेस के प्रति झूठे आरोप लगाकर जनता के बीच भ्रम उत्पन्न कर रही है .
भाजपा द्वरा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अहमद पटेल से जुड़े एक अस्पताल में कथित रूप से आइएस के आतंकवादी के कर्मचारी होने के आरोपों को लेकर गुजरात में सियासी सरगर्मिया तेज हो गई हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा आरोप लगाने के बाद शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी समेत भाजपा के आला नेताओं ने मोर्चा संभाला लिया , वहीं कांग्रेस भी पलटवार की तैयारी में जुट गई है.
सांसद अहमद पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के आरोपों को गलत ठहराते हुए बयान जारी कर कहा कि जिस अस्पताल को लेकर उनके ऊपर कीचड़ उछाला जा रहा है , उस अस्पताल के निदेशक पद से 2015 में ही इस्तीफा दे चुके हैं.मुख्यमंत्री बिजय रुपानी द्वारा झूठे आरोप लगाने पर व्यथित अहमद पटेल अब रूपाणी के खिलाफ अवमानना का आपराधिक मामला दायर करने की तैयारी कर रहे है . वे अगले हफ्ते अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि अब तक कहा करते थे कि कांग्रेस का हाथ भ्रष्टाचार के साथ, लेकिन अब कहा जाएगा, कांग्रेस का हाथ आतंकवाद के साथ. नकवी ने इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जवाब देने की मांग की है.
वही मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार को गांधीनगर में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर अंकलेश्वर के अस्पताल में नौकरी कर रहे आइएस के आतंकवादी को लेकर बयान दिया था ,जिस दौरान विजय रूपाणी ने दावा किया था कि जिस अस्पताल में काम करने वाला आइएस का संदिग्ध आतंकी पकड़ा गया, उसके कर्ता-धर्ता अहमद पटेल हैं. उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
सनद रहे विगत बुधवार को गुजरात एटीएस ने खूंखार आतंकी संगठन आइएस के दो आतंकियों उबेद और कासिम को गिरफ्तार किया था. इसमें से कासिम सरदार पटेल अस्पताल में इको कॉर्डियोग्राम टेक्नीशियन के तौर पर काम करता था और उबेद सूरत की जिला अदालत में वकील था.
दूसरी ओर रूपाणी के दावे को लेकर कांग्रेस मैदान में उतर आई है , सांसद अहमद पटेल ने अपने बयान में कहा कि कासिम के जब से नौकरी शुरू करने की बात की जा रही है, उसके एक साल पहले ही 2015 में मैंने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था,अहमद पटेल के बयान की पुष्टि अस्पताल प्रसासन ने भी कर दिया है , अस्पताल ने भी बयान जारी कर कहा कि अहमद पटेल या उनके परिवार का कोई सदस्य ट्रस्टी नहीं है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा और गुजरात के मुख्यमंत्री अपनी कमियों को छिपाने के लिए इस तरह के निराधार आरोप लगा रहे हैं. पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने अहमद पटेल के इस्तीफे की मांग पर हैरानी जताते हुए कहा कि अहमद पटेल ने 2015 में ही इस्तीफा दे दिया या रिटायर हो ग,। अब यदि कोई नौकरी पर आता है और उसका आइएस से जुड़ाव है तो तीन साल पहले के ट्रस्टी को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश सचिव तरुण पटेल ने कहा कि गुजरात चुनाव में जीत का जश्न मनाने हेतु भाजपा साम ,दाम ,दंड ,भेद का प्रयोग कर रही है ,इस बार के चुनाव में गुजरात की जनता भाजपा को नकार कर कोंग्रेस को सत्ता की चाभी सौपने का मन बना चुकी है ,जिस बात की जानकारी भाजपा के बरिष्ठ नेताओ को है ,पहले उन्होंने पाटीदार नेताओ को खरीदना चाहा किन्तु उनकी योजना का पर्दाफाश हो गया ,गुजरात की जनता भाजपा के असली चेहरे और चाल को समझ गई ,अब भाजपा कांग्रेस को बदनाम कर अपने सिंहासन को बचाना चाह रही है .
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