कानपुर.विधान सभा चुनाव में अभूतपूर्व जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने निकाय चुनाव में सहयोगी दलों को किनारे लगा दिया है .इस निकाय चुनाव में जहा भाजपा को सहयोगी दलों से चुनौती मिलेगी वही भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता टिकट कटने के कारण बगावती तेवर अपना रहे है .कार्यकर्ताओ के बगावती तेवर को देखकर भाजपा द्वरा नामित पार्षद का प्रलोभन भी काम नहीं आ रहा है ,इतना ही नहीं देश के रास्ट्रपति राम नाथ कोबिद का परिवार भी भाजपा से बिद्रोह कर निर्दलीय ताल थोक रहा है .
कानपुर के झींझक नगर पालिका के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोबिद के परिवार से दो लोगों की दावेदारी को दरकिनार कर भाजपा ने तीसरे को टिकट दे दिया . इस पर राष्ट्रपति के भतीजे की पत्नी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. वह नौ नवंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी.झींझक नगर पालिका अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित होने के बाद इस बार भाजपा से राष्ट्रपति के परिवार के दो लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया था. टिकट मांगने वालों में उनकी भाभी विद्यावती के अलावा भतीजे पंकज की पत्नी दीपा शामिल थीं.
भाजपा द्वारा मंगलवार को जारी हुई सूची में उनके परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं था . भाजपा ने सरोजनी देवी कोरी को झींझक से उम्मीदवार घोषित किया है. सूची जारी होते ही दीपा ने निर्दलीय ताल ठोंकने का ऐलान कर भाजपा को सकते में दाल दिया है . दीपा के पति पंकज के अनुसार पार्टी से संकेत मिलने पर हम तीन महीने से चुनाव को लेकर तैयारियां कर रहे थे. सूची में स्थान न मिलने पर जनता के आदेश पर ही दीपा ने मैदान में उतरने का फैसला किया है.
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