लखनऊ. उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार के मंत्री अबैध कब्जे ,हत्या ,धमकी ,गाली –गलौज और अधिकारियो /कर्मचारियों को मारने पीटने में महारथ हासिल कर रखे है .इस सरकार के कई मंत्री गरीबो और प्रदेश के बिकास के पैसो से अबैध कमाई के बलबूते खरबों की संम्पति में खेल रहे है,सरकार सबकुछ जानते हुए अपने मंत्रीयों पर लगाम लगाने की बजाय संरक्षण में लगी है .
लखनऊ बिकास प्राधिकरण की 10 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने वाले राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर से विधायक उच्चशिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला के अवैध निर्माण पर सोमवार को बुलडोजर चला. हाईकोर्ट के कड़े आदेश व एलडीए की सख्ती के बाद मंत्री के सामने इसे गिराने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था.
लखनऊ बिकास प्राधिकरण ने इसे 13 दिसम्बर को ढहाने के लिए एसएसपी व डीएम से दो कम्पनी पीएसी मांगी थी लेकिन इसके एक दिन पहले मंत्री ने खुद ही अवैध निर्माण का कुछ हिस्सा गिरवा दिया. करीब 16 दुकानों में से सात दुकानें गिरा दीं. बाउण्ड्रीवाल, कार्यालय व शीशे वाली दुकान अभी भी खड़ी है. अब आज लखनऊ बिकास प्राधिकरण बचा निर्माण ढहाएगा या बैरंग वापस लौट आएगा देखना लाजमी होगा ..
सनद रहे सरोजनीनगर से सपा विधायक व उच्चशिक्षा राज्यमंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने एलडीए के तीन खसरा नम्बर की जमीन पर अवैध कब्जा करके निर्माण करा लिया था. कब्जे के लिए पहले मंदिर बनवाया और मंदिर की आड़ में धीरे धीरे दुकानें बनवा डालीं. जिस जमीन पर उन्होंने कब्जा किया है वह एलडीए की कानपुर रोड योजना के सेक्टर एल की हैं.जो बेशकीमती जमीन है . एलडीए के पूर्व उपाध्यक्ष एमपी अग्रवाल ने वर्ष 2013 में कब्जे की जांच करायी थी। जांच में मंत्री का पूरा अवैध कब्जा मिला। एमपी अग्रवाल ने 29 नवम्बर 2013 को मंत्री के इस अवैध कब्जे को ढहाने का आदेश किया था। लेकिन शारदा प्रताप शुक्ला के सत्ता में होने के नाते एलडीए के इंजीनियर इसे ढहाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस मामले में सरोजनी नगर क्षेत्र के बृजभान यादव ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की थी।