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CM योगी की गोंडा यात्रा:फरियादियो को पुलिस ने धक्का देकर बाहर का रास्ता दिखाया ,पत्रकार बने रहे बंधक

गोण्डा। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन के अधिकारी पूरे दिन हवा-पानी बांधते रहे। सीएम से मिलने आये फरियादियो को पुलिस ने धक्का देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया।मुख्यालय के पुलिस लाइन के मैदान में मुख्यमन्त्री बनने के बाद पहली बार करीब 2 बजकर 15 मिनट पर सीएम का उड़न खटोला मैदान में उतरा जहाँ पर भाजपा सांसद कीर्तिवर्धन व बृजभूषण के साथ भाजपा के सभी विधायक स्वागत के लिए मौजूद रहें।

सीएम करीब 20 मिनट तक भाजपा के सांसद विधायको से मिलते रहें। वहाँ से सीधे 2 बजकर 40 मिनट पर जिला अस्पताल पहुंचे जहाँ पर मरीजों से मिलकर उनका हाल चाल लिया। अस्पताल में कुछ खामिया मिलने पर तत्काल दुरुस्त कराने का निर्देश दिए । अस्पताल में करीब एक दर्जन की संख्या में मुख्यमंत्री से मिलकर अपना दर्द बयां करने आयी आशा बहुओ को पुलिस कर्मियों के अभ्रदता का शिकार होना पड़ा। पुलिस के एक क्षेत्राधिकारी ने आशा बहुओ को महिला दरोगा व सिपाहियो को बुलाकर बलपूर्वक अस्पताल से बाहर करवा दिया। इसके बाद सीएम सीधे नगर पालिका पहुंचे जहाँ उन्हें काफी खामियां देखने को मिली जिससे नाराज सीएम ने यहाँ तक कह डाला कि इसीलिए गोण्डा गन्दा है। उन्होनें अधिकारियों को फटकार लगाई और व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिये।

सीएम को ज्ञापन देने आयी महिला बेहोश होकर गिर पड़ी
जिला अस्पताल में ंसीएम को ज्ञापन देने आयी महिला को सुरक्षा कर्मियों ने धक्का दे दिया जिससे वह गिरकर बेहोश हो गयी। बताया जाता है कि पीड़िता सुनीता गुप्ता मुजेहना स्वास्थ केन्द्र पर स्टाफ नर्स के पद पर तैनात थी। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते उसकी संविदा समाप्त कर दी गयी। वह अपना दर्द सीएम से बयां करना चाहती थी लेकिन सुरक्षा कर्मियो व जिम्मेदार अधिकारियो ने उसकी एक नही सुनी।

वर्चस्व की लड़ाई को लेकर भाजपा व हिन्दु युवा वाहिनी के कार्यकर्ता भिड़े
पुलिस लाइन के मैदान में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर भाजपा व हिन्दु युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओ में झड़प हो गयी। सूत्र बताते है कि भाजपा के एक विद्यायक के साथ मौजूद कार्यकर्ताओ ने गाड़ी बैक करने को कहा इसी को लेकर विवाद हुआ। हलांकि झड़प के बाद सभी लोग सीएम से मिलने चले गये लेकिन लौटने तक भाजपा के कार्यकर्ताओ का गुस्सा शांत नही हुआ और उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह के गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। आरोप तो यहाँ तक लगा रहे है कि कार्यकर्ताओ ने चालक की पिटाई भी कर दी।

चाय पानी को तरस गये मरीज व तीमारदार

सीएम के आगमन को लेकर पूरा जिला अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। जल कल चैराहे से लेकर लोहिया धर्मशाला तक पुलिस कर्मियो ने चाय पान सहित सभी दुकाने बन्द करवा दी जिससे मरीज व उनके तीमारदार 10 बजे से लेकर तीन बजे तक चाय पानी के लिए तरस गये। वही तीमारदारो को 10 बजे के बाद अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल से बाहर निकाल दिया। वे शाम तीन बजे तक रैन बसेरा में बैठे रहें। उनकी शिकायत थी कि उनके मरीज का क्या हाल है। उन्हें दवा पानी कैसे दी जाये लेकिन सुरक्षा कर्मियो ने एक भी नही सुना।

बिना दवा कराये लौटे मरीज
जिले के दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रो के कोने-कोने से आये मरीजो को अस्पताल में घुसने तक नही दिया गया जिससे वे मायूस होकर लौटने के लिए विवश हो गये। करीम, सफीउल्ला, मुन्नी, नूरजहाँ ने बताया कि वे अपने बच्चे की दवा कराने आयी थी लेकिन उन्हें अस्पताल में घुसने नही दिया गया। वहीं अस्पताल प्रशासन की शिकायत करने के लिए नगर कोतवाली के गांव हरि सिंह पुरवा निवासी विसाल अवस्थी सीएम के कार के सामने खडे़ हो गये। पुलिस ने उन्हें शिकायती पत्र देने तक का मौका नही दिया। उसे तुरन्त हिरासत में लेकर नगर कोतवाली ले जाया गया।

जब ब्यूरो बने कैमरा मैन
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सूचना विभाग ने विभिन्न गु्रपो पर एक मैसेज डाला कि सिर्फ इलेक्ट्रानिक व प्रिंट मीडिया के कैमरा मैन का ही पास जारी किया जायेगा तो अधिकांश समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रभारियो को सूचना विभाग ने कैमरा मैन का पास जारी कर दिया। मजे की बात तो यह है कि जिनका पास जारी किया गया है। सूचना विभाग में पहले से ही उनका ब्यूरो प्रमुख का नियुक्ति पत्र जमा है। फिर भी विभाग ने उन्हें कैमरा मैन बना दिया।
जब पत्रकार बने बंधक
सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक अस्पताल से लेकर नगर पालिका व आयुक्त के सभागार तक कवरेज के लिए परेशान पत्रकारो को करीब चार घण्टे तक यह कहकर प्रशासन के अधिकारियों ने बैठाये रखा कि समीक्षा बैठक के बाद सीएम आप लोगों से पे्रसवार्ता करेंगे। लेकिन सीएम के जाने का समय हुआ तो उन्हें सभागार के दूसरे दरवाजे से निकाल दिया गया और जहाँ पर पत्रकार बैठे थे उसका चैनल बंद कर दिया गया। जिससे चैनल के अंदर पत्रकार फड़फड़ाते रहें। सीएम के उड़ने के बाद उन्हें रिहा किया गया।

 

रिपोर्ट -एस के वर्मा

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