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नोट बंदी को लेकर भाजपा नेता की पिटाई

नईदिल्ली .नोटबंदी के कारण जनता का गुस्सा भाजपा  के खिलाफ फूटता दिखाई दे रहा है .संसद से लेकर सडको पर  भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी के खिलाफ प्रदर्शन किये जा रहे हैं. नोट बंदी को लेकर 28 नवंबर को विपक्ष दल के नेताओं ने भारत बंद का एलान किया हैं.देशभर में हालात बेकाबू हो चुके है लोग अपने ही पैसे पाने के लिए घंटों कतारों में लगे हुये है फिर भी उन्हें अपनी मेहनत का पैसा नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण लोगों में काफी रोष है.

नोटबंदी के कारण लघु उद्योग पर बहुत भारी प्रभाव पड़ा है ग्रामीण इलाको  में सही व्यवस्था नहीं होने के कारण वहां पर और ज्यादा हालात खराब हैं. नोट बंदी के कारण कितनो की आसामायिक मौतें भी हो चुकी है इनमें बैंक कर्मचारी भी शामिल है. ज्यादा काम के लोड होने की वजह से कई लोगों की जान चली गई है. बैंक कर्मचारियों की तो ये हालत है कि, ये तीन-तीन दिनों तक अपने घर भी नहीं जा पा रहे है उन्हें बैंकों में ही रात गुजारनी पड़ रही हैं. आलू किसानों को करीब पांच हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चूका हैं. अब उनके पास अगले मौसम की फसल की बुवाई करने के लिए पैसा भी नहीं बचा हैं. नोटबंदी के बाद ढंग से बैंकों में सुविधा नहीं मिलने के कारण लोगों के पास इलाज के लिए भी पैसे नहीं है और जो है भी वह हॉस्पिटल वाले नहीं ले रहे है.ऐसे में हालात खराब हो रहे है. कई इलाको  में तो एटीएम भी खराब पड़े है जिसके कारण कैश की और ज्यादा समस्या बढ़ गई हैं.

दिल्ली के बीजेपी नेता का एक विडियो वाइरल वायरल हुआ है. जिसमें दिल्ली के बीजेपी नेता हर्षवर्धन की गुस्साई भीड़ ने जबरदस्त पिटाई कर डाली है. ये विडियो नोटबंदी के बाद बैंक के बाहर लगी भीड़ का बताया जा रहा है. हालाँकि  वहां पर पुलिस भी उनके साथ थी लेकिन पुलिस भीड़ के आगे मूकदर्शक बनी रही .

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