लखनऊ .आशियाना इलाके में इंस्पेक्टर वीरपाल सिंह भदौरिया द्वारा 12 वर्षीय छात्र से अप्राकृतिक दुष्कर्म करने के मामले में पीड़ित परिवार ने विवेचनाधिकारी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि विवेचक ने उन्हें थानाध्यक्ष सामने ही मुकदमा वापस लेने के लिए धमकाया है .दुराचारी इंस्पेक्टर वीरपाल सिंह भदौरिया के पक्ष में खड़ी पुलिस के इस रवैये से पीड़ित छात्र व परिजन सदमे में है.
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पीड़ित १२ वर्षीय छात्र ने राष्ट्रीय बाल आयोग से मामले की शिकायत कर न्याय की उम्मीद किया है .सनद रहे आशियाना के सेक्टर-एन में रहने वाले ज्योतिषाचार्य का १२ वर्षीय बेटा एक निजी स्कूल में कक्षा 7 का छात्र है. बच्चे ने बताया था कि शनिवार शाम 7:30 बजे पड़ोस में रहने वाले इंस्पेक्टर वीरपाल सिंह भदौरिया उसे आईस्क्रीम खिलाने के बहाने खजाना मार्केट ले गया था. इस्पेक्टर ने वही धमकी देकर कार में ही उसके साथ कुकर्म किया था.
छात्र के पिता का आरोप है कि आशियाना पुलिस ने जानबूझकर छात्र का मेडिकल परीक्षण कराने में देरी किया है. पुलिस उन्हें दो दिन से मेडिकल कराने के नाम पर दौड़ा रही है और उन्हें रिपोर्ट के बारे में भी नहीं बताया जा रहा है.
छात्र के पिता ने बताया कि सोमवार को विवेचक ने उनके बेटे का एक्सरे करवाने के नाम पर थाने बुलाया था.थाने में पहुंचने पर थानाध्यक्ष और विवेचक ने उन पर सुलह करने का दबाव बनाया , इन्कार करने पर धमकी दी.
पीड़ित ने बताया कि पुलिस ने उन्हें सुबह 11 बजे मेडिकल के लिए भेजा. अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि कागजात अधूरे हैं. इसके चलते मेडिकल में और देर हुई. पीड़ित का कहना है कि इंस्पेक्टर वीर पाल सिंह भदौरिया 35वीं बटालियन में तैनात है. उसके रौब के चलते पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है बल्कि कुकर्मी इस्पेक्टर के पक्ष में दबाव बना रही है.
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